तहरे कमर के बल पे, योगी जी के राज बा,
केकरा में बा अतना गुद्दा, जे रख दी तहरा पे हाथ हाँ.
त घुघंट उठा के चल अ, जोबन उछाल के चल अ,
मन करे त, अब लहंगा उठा के चल अ.
तहरे नजर के तीर पे, गिर गईल सरकार अखिलेश के,
केकरा में बा अतना गुद्दा, जे छू दी तहार एगो केश हाँ.
त पयाल बजा के चल अ, कंगन खनका के चल अ,
मन करे त, अब चोली से चुनर गिरा के चल अ.
तहरे जोबन के जोर पे योगी जी के सरकार बा,
केकरा में बा अतना गुद्दा, जे मुँह खोली तहरा खिलाफ हाँ.
तहरे कमर के बल पे, योगी जी के राज बा,
केकरा में बा अतना गुद्दा, जे रख दी तहरा पे हाथ हाँ.
परमीत सिंह धुरंधर