एक तो हम बिहारी है,
उसपे हम सीधे बिहार से.
जिला हैं मेरा छपरा,
जहाँ लालू के ससुराल रे.
जहाँ से भइलन भिखारी,
जेकर मारिसस तक रहल तान रे.
माटी यही है राजेंद्र बाबू जी का,
जिन्होंने सवारा था भारत का ललाट रे.
एक तो हम बिहारी है,
उसपे हम सीधे बिहार से.
जिला हैं मेरा छपरा,
जहाँ लालू के ससुराल रे.
काट देते हैं, छाँट देते हैं,
जहाँ निकल जाती है गोली,
बात -बात पे.
जो नहीं अपने,
उनको तो देते हैं हम रगड़ के.
और जो हैं अपने मेरे,
हम रखते हैं उनको भी रगड़ के.
एक तो हम बिहारी है,
उसपे हम सीधे बिहार से.
जिला हैं मेरा छपरा,
जहाँ लालू के ससुराल रे.
परमीत सिंह धुरंधर