जब स्वर्ण, आभूषण, और स्वर्ग हो सामने,
तो भूखी – बिलखती, नन्ही सी शकुंतला,
आँचल से छूट ही जाती है.
कौन कहता है की?
भारत की धरती पे नारियाँ,
सती, सीता और सावित्री हैं.
परमीत सिंह धुरंधर
जब स्वर्ण, आभूषण, और स्वर्ग हो सामने,
तो भूखी – बिलखती, नन्ही सी शकुंतला,
आँचल से छूट ही जाती है.
कौन कहता है की?
भारत की धरती पे नारियाँ,
सती, सीता और सावित्री हैं.
परमीत सिंह धुरंधर