असर होता है तो असर होने दो,
नजर लड़ रही है तो लड़ने दो.
बेवफा ही सही,
शाखाओं पे मंजर आने दो.
माना की टूटेंगे,
फल पकने से पहले सड़ेंगें।
पर इन ओठों को,
कच्चे फलों का स्वाद लेने दो.
परमीत सिंह धुरंधर
असर होता है तो असर होने दो,
नजर लड़ रही है तो लड़ने दो.
बेवफा ही सही,
शाखाओं पे मंजर आने दो.
माना की टूटेंगे,
फल पकने से पहले सड़ेंगें।
पर इन ओठों को,
कच्चे फलों का स्वाद लेने दो.
परमीत सिंह धुरंधर