मीठा और मिठाई से परहेज किसे है?
किसी को भी नहीं।
ये तो बस बीबियों के डर से लोगों ने,
अपने शौक दबा रखे हैं.
हालात कैसे हो जाते हैं शादी के बाद,
कोई हमसे पूछे।
हमने 2018 के स्वागत में लबों की प्यास,
मय से नहीं नींबू – पानी से मिटायें हैं.
परमीत सिंह धुरंधर