सफर कीजिये
किसी के साथ मगर.
क्या पता कब जरुरत पड़ जाए?
गुरुर कीजिये जवानी पर
शादी के बाद मगर.
क्या पता कब आपकी जवानी
किसी के हाथों का खिलौना बन जाए?
परमीत सिंह धुरंधर
सफर कीजिये
किसी के साथ मगर.
क्या पता कब जरुरत पड़ जाए?
गुरुर कीजिये जवानी पर
शादी के बाद मगर.
क्या पता कब आपकी जवानी
किसी के हाथों का खिलौना बन जाए?
परमीत सिंह धुरंधर