वो जो मुझे तन्हा कर गयी
अब अपनी तन्हाई का जिक्र करती हैं.
दो पल में ख़त्म हो जाते हैं उनके सारे किस्से
और मेरे संग के दो पल का घंटों जिक्र करती हैं.
परमीत सिंह धुरंधर
वो जो मुझे तन्हा कर गयी
अब अपनी तन्हाई का जिक्र करती हैं.
दो पल में ख़त्म हो जाते हैं उनके सारे किस्से
और मेरे संग के दो पल का घंटों जिक्र करती हैं.
परमीत सिंह धुरंधर