पंक्षी कलरव करते हैं
पंक्षी अभिनय करते हैं
ए उषा देख तेरे इंतज़ार में
पक्षी कैसे मौन धारण रखते हैं?
सूरज की प्रथम किरण पर
चहचहा उठते है ये
अचानक दुनिया भर की खुशियाँ
उमंगें प्राप्त कर,
नयी जवानी में नृत्य करते हैं.
और बिना किसी पल देरी के
तेरे स्वागत में,
क्षितिज की ओर,
नीले आसमान में
पंख कोलकर उड़ान भरते हैं.
पंक्षी कलरव करते हैं
पंक्षी अभिनय करते हैं
ए उषा देख तेरे इंतज़ार में
पक्षी कैसे मौन धारण रखते हैं?
परमीत सिंह धुरंधर