चाँद को सितारों में
कौन लाया है?
चलो, मिलकर बुलाते हैं.
ये शहर सबका है
इसे अपना कौन समझता है?
चलो, मिलकर पूछते हैं.
जवानी भी अब
मजहबी हो गयी है.
मगर, दूध सफ़ेद ही है.
चलो, मिलकर मिलावट करते हैं.
परमीत सिंह धुरंधर
चाँद को सितारों में
कौन लाया है?
चलो, मिलकर बुलाते हैं.
ये शहर सबका है
इसे अपना कौन समझता है?
चलो, मिलकर पूछते हैं.
जवानी भी अब
मजहबी हो गयी है.
मगर, दूध सफ़ेद ही है.
चलो, मिलकर मिलावट करते हैं.
परमीत सिंह धुरंधर