समंदर को बाँध लिया मैंने
कलंदर को बाँध लिया मैंने
बस एक वो ही ना बंध सके हमसे
दिलो -जान से जिससे मोहब्बत किया मैंने.
Dedicated to my favorite poet Shiv Kumar Batalvi.
परमीत सिंह धुरंधर
समंदर को बाँध लिया मैंने
कलंदर को बाँध लिया मैंने
बस एक वो ही ना बंध सके हमसे
दिलो -जान से जिससे मोहब्बत किया मैंने.
Dedicated to my favorite poet Shiv Kumar Batalvi.
परमीत सिंह धुरंधर