जवनिया हिलोर मारsता
तोता, तोता ठोर मारsता।
पियवा, अनाड़ी, परदेस में बईठलबा
पाकल अमरूदिया, चोर तुरsता।
ए सखी, का कही अब आपण परेशानी
रतिया में, खटिया पर खटमल चढ़sता।
परमीत सिंह धुरंधर
जवनिया हिलोर मारsता
तोता, तोता ठोर मारsता।
पियवा, अनाड़ी, परदेस में बईठलबा
पाकल अमरूदिया, चोर तुरsता।
ए सखी, का कही अब आपण परेशानी
रतिया में, खटिया पर खटमल चढ़sता।
परमीत सिंह धुरंधर