दुआ की हर रात अधूरी हो, कोई बात नहीं
बाहों में हर रात अधूरी हो, तो कोई बात है.
मौत जहर से हो तो कोई बात नहीं
मौत नजर से हो तो कोई बात है.
वो शहर में सभी की है, तो कोई बात नहीं
वो शहर सिर्फ तुम्हारी हैं तो कोई बात हैं.
Rifle Singh Dhurandhar
दुआ की हर रात अधूरी हो, कोई बात नहीं
बाहों में हर रात अधूरी हो, तो कोई बात है.
मौत जहर से हो तो कोई बात नहीं
मौत नजर से हो तो कोई बात है.
वो शहर में सभी की है, तो कोई बात नहीं
वो शहर सिर्फ तुम्हारी हैं तो कोई बात हैं.
Rifle Singh Dhurandhar