छापरहिया


हम छापरहिया
जैसे घूमे है पहिया
दुनिया घुमा दें.
गोरी तेरी पतली कमर क्या है?
हम तो उड़ती चिड़िया फंसा लें.

हम छापरहिया
जैसे चमके है बिजुरिया
दुनिया चमका दें.
गोरी तेरी पतली कमर क्या है?
हम तो उड़ती चिड़िया फंसा लें.

हमें काट सके ना नयन-कटार
हमें क्या बाँधे कोई बयार?
किस्मत के ऐसे धनी हम
की बंजर में फूल खिला दें.
गोरी तेरी पतली कमर क्या है?
हम तो उड़ती चिड़िया फंसा लें.

हम से भागे भूत-पिचास
हम लगा दें बर्फ में आग
ऐसे खिलाड़ी हैं हम
आँखों से दिल को चुरा लें.
गोरी तेरी पतली कमर क्या है?
हम तो उड़ती चिड़िया फंसा लें.

Rifle Singh Dhurandhar

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Twitter picture

You are commenting using your Twitter account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s