छपरा के ह इन हम बाबूसाहेब बबुनी
रखनी चोली हम तहरे नाप के.
आ जा कभी हमारा बथान पे
भूल जइबू फिर गइल बाजार में.
पूछ लियह कोई से हमर नाम लेके
पहुंचा दिहि लोग भाभी कह के.
Rifle SIngh Dhurandhar
छपरा के ह इन हम बाबूसाहेब बबुनी
रखनी चोली हम तहरे नाप के.
आ जा कभी हमारा बथान पे
भूल जइबू फिर गइल बाजार में.
पूछ लियह कोई से हमर नाम लेके
पहुंचा दिहि लोग भाभी कह के.
Rifle SIngh Dhurandhar