अजब है दुनिया, गजब है दुनिया और दुनिया के लोग
मिलने से पहले किसी से, कर लेते हैं घटाव-जोड़.
रह गया मैं तन्हा, इतना मैं तन्हा, ना मिला कोई मोड़
बस नजरों से ही उसने दिया ऐसा असाध्य-रोग.
सच्ची है मोहब्बत सभी की यहाँ इस जामने में
फिर जाने क्यों दो कदम चलकर ही देते हैं वो छोड़.
RSD