रात का ख्वाब क्या पालूँ?
जब मेरी नींद उनकी बाहों में हैं.
सुकून कैसे पालूँ खुदा?
जब मेरा महबूब राहों में हैं.
प्यास मिटाऊं भी तो कैसे?
साकी मेरा गैरों में हैं.
वो मिली और कहने लगी
कर रहा कोई इंतज़ार उनका घर पे है.
RSD
रात का ख्वाब क्या पालूँ?
जब मेरी नींद उनकी बाहों में हैं.
सुकून कैसे पालूँ खुदा?
जब मेरा महबूब राहों में हैं.
प्यास मिटाऊं भी तो कैसे?
साकी मेरा गैरों में हैं.
वो मिली और कहने लगी
कर रहा कोई इंतज़ार उनका घर पे है.
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