मथुरा-छपरा


सैया के बाहों में बा ऐसा नशा,
की लूट गयील मथुरा,
पर आइल मजा.
जब दोनों तरफ से तीर चले लागल,
तो धधक गईल छपरा,
पर आइल मजा.

परमीत सिंह धुरंधर