पलट-पलट के दे रहा था आस्ट्रलिया के गेंद्वाजों को,
और मैं जी रहा था सजते हुए अपने अरमानों को.
ज्यों-ज्यों उदय हुआ क्रिकेट के आसमान पे भगवान् का,
मेरी जवानी ने ओढ़ा रंग राजपूती अहंकार का, परमित.
पलट-पलट के दे रहा था आस्ट्रलिया के गेंद्वाजों को,
और मैं जी रहा था सजते हुए अपने अरमानों को.
ज्यों-ज्यों उदय हुआ क्रिकेट के आसमान पे भगवान् का,
मेरी जवानी ने ओढ़ा रंग राजपूती अहंकार का, परमित.