पिया के बहियाँ में जैसे जाल में बराड़ी
रात भर खेले पिया, बड़ा बा खिलाड़ी।
ना दे ता चूड़ी, ना कंगन ना साड़ी
रात भर खेले पिया, बड़ा बा खिलाड़ी।
RSD
पिया के बहियाँ में जैसे जाल में बराड़ी
रात भर खेले पिया, बड़ा बा खिलाड़ी।
ना दे ता चूड़ी, ना कंगन ना साड़ी
रात भर खेले पिया, बड़ा बा खिलाड़ी।
RSD
अरे राजा जी हमरा के लूट लेहलन
पोरे-पोरे -२, दुःख देहलन।
हम त चिलाइनी माई-माई
उ एके बार में साग सारा खोट लेहलन।
पातर रहे कमरिया हमार
ओहिजा राजा जी लोड देहलन।
अरे राजा जी हमरा के लूट लेहलन
पोरे-पोरे -२, दुःख देहलन।
RSD
चढ़ल अइसन जवानी, कसार हो गइल
हमार सखिया के यार हमार भतार हो गइल.
टूटल नथुनी हमार आ उ बदनाम हो गइल.
सजल सेजिया हमार ओकर जी के काल हो गइल.
चढ़ल अइसन जवानी, कसार हो गइल
हमार सखिया के यार हमार भतार हो गइल.
RSD
कहाँ जइबू ले के ई जवानी गोरिया?
ताहार अंगिया भइल बा अंगार गोरिया।
दुगो नयना भइल कटार जइसन
वो पे ललकि गालिया लागेला कसार गोरिया।
चोलिया के ताहर रंग देख चटकार
धनकता सारा जवार गोरिया।
ले के चले लू जब पगडण्डी
ताहार देहिया लागेला सितार गोरिया।
आ जा आज हमारा बथान में
तहरा बिना ना जाइ हमार बुखार गोरिया।
पकाव आज बैंगन और खिचड़ी
तहारा हाथ से चोखा लागेला शराब गोरिया।
सोना-चाँदी से लाद देम देहिया
जहिया बोलबू हमारा के भतार गोरिया।
इ जुबान ह छपरा के बाबू साहेब के
जाने ला हमके सारा बिहार, गोरिया।
RSD
पियवा के प्यार में पागल भइल बिया
बिया कुँवार आ घायल भइल बिया.
चुग-चुग के दाना कंगाल कैलख
जाल में फंस के अब बीमार भइल बिया।
१६ ही साल में जवानी लेके
सारा खलिहान के इ धान भइल बिया।
चर -चर के चौरा, जवान भइल
अब खूंटा से बंध के बीमार भइल बिया।
नयना से बिया मासूम बड़ी
कमर से धमान के घाव भइल बिया।
rifle Singh Dhurandhar
छपरा के बाबूसाहेब लेके पिचकारी
निकलल बारन रंगे के धोबन तहार जवानी।
चाहे छुप ल, या कतनो तेल मल ल
अंग – अंग पे ताहार आज दिहन निशानी।
छपरा के बाबूसाहेब लेके पिचकारी
निकलल बारन रंगे के धोबन तहार जवानी।
साल भर से चल अ तारु मटक-मटक के
हर अ तारु दिल सबके नयना के चटक से
तहरा नस – नस में आज भाँग घोलाई।
छपरा के बाबूसाहेब लेके पिचकारी
निकलल बारन रंगे के धोबन तहार जवानी।
चाहे कूद ल, चाहे फाँद ल
चुनर -चोली आज ताहार दुनो रंगाई।
छपरा के बाबूसाहेब लेके पिचकारी
निकलल बारन रंगे के धोबन तहार जवानी।
कमरिया पे अपना हिला व् तारुन छपरा
सुगवा फाँस अ तारु लहरा के जोबना
बीच छपरा में आज तहार जोबना रंगाई।
छपरा के बाबूसाहेब लेके पिचकारी
निकलल बारन रंगे के धोबन तहार जवानी।
Rifle Singh Dhurandhar
धोबन ताहर जोबन उछाल मारअता
दरिया के पानी में ताप मारअता।
लुटातारु जवार के मंद – मंद मुस्का के
दुगो नैन तहार सबके करेजा काटअता।
कब तक करबू इंतिजार प्यार के
सुगवा हमार, ताहार राह देखअता।
Rifle Singh Dhurandhar
बाबू साहेब छपरा के, लेके पिचकारी
रंग अ तारन चुनर आ चोली पारा-पारी।
दउरा तारी आँगन से देख अ हाँ दुआरी
रह गइल कोठी के खुलल हाँ किवाड़ी।
बाबू साहेब लेके हाँ छपरा के पिचकारी
रंग अ तारन चुनर आ चोली पारा-पारी।
अरे भागल बारी खेता – खेती, जाके हाँ गाछी
बच्चा पूछ अ तारन सन कहाँ गइली माई?
बाबू साहेब छपरा के, लेके पिचकारी
रंग अ तारन चुनर आ चोली पारा-पारी।
बाबू साहेब छपरा के, लेके पिचकारी
रंग अ तारन साली आ सरहज पारा -पारी।
इ कहस जीजा जी, अब त रहे दी
उ कहस, पाहुन ऐसे ना भीतर डाली।
बाबू साहेब लेके हाँ छपरा के पिचकारी
रंग अ तारन चुनर आ चोली पारा-पारी।
बाबू साहेब छपरा के, लेके पिचकारी
रंग अ तारन मोटकी आ पतरकी पारा-पारी।
बाबू साहेब छपरा के, लेके पिचकारी
रंग अ तारन साया आ साड़ी पारा-पारी।
बाबू साहेब छपरा के, लेके पिचकारी
रंग अ तारन नयकी आ पुरनकी पारा-पारी।
Rifle Singh Dhurandhar
पप्पू जी हउअन हमार ड्राइवर
और पीया खलासी हो.
पप्पू जी हउअन हमार तेजतर्रार
और पीया अनाड़ी हो.
Rifle Singh Dhurandhar