नए जवाहरलाल हैं,
अपने केजरीवाल।
सबको निकाल बहार करेंगे,
खुद करेंगे राज.
मुफ्त मिलेगा खाना सबको,
मुफ्त मिलेगा आनाज,
लेना है अगर सब मुफ्त तो,
फिर मत पूछो सवाल।
बोतल नयी है पर,
उसमे वो ही पुरानी है शराब।
तुम लो बस तीन आना,
और हम लगाएं गुलाब।
नए जवाहरलाल हैं,
अपने केजरीवाल।
सबको निकाल बहार करेंगे,
खुद करेंगे राज.
अन्ना को छोड़ा, भूषण को तोडा,
योगेन्द्र यादव को दी है लात.
आज भी नहीं सुधरेंगे तो,
कल ये भी हो जाएंगे श्यामा प्रसाद।
नए जवाहरलाल हैं,
अपने केजरीवाल।
सबको निकाल बहार करेंगे,
खुद करेंगे राज.
परमीत सिंह धुरंधर