कंकड़ -पत्थर पे हमारा शौर्य लिखा है
यहाँ कण-कण में, कण-कण के लिए
कुरुक्षेत्र रचा -बसा है.
यह सिर्फ मिट्टी नहीं, हमारी भक्ति है
जिसके प्रेम में हमने, बांसुरी और सुदर्शन
दोनों एक साथ शिरोधार्य कर रखा है.
Dedicated to the speech of our PM.
परमीत सिंह धुरंधर